बेरोजगार गांव ने गंदे तालाब को बनाया अंडरवॉटर सेल्फी हॉट-स्पॉट, सफलता की गजब कहानी 10 रोचक फोटो के साथ


इंडोनेशिया. यह खबर इसलिए लिखी जा रही है ताकि इंडोनेशिया के एक छोटे से अंबेल पोंगोक गांव की कहानी को आप जानकर खुद को पॅाजिटिव महसूस कर सकें. इरादे मजबूत हो तो कुछ भी असंभव नहीं.  15 साल पहले गंदगी, बेरोजगारी, गरीबी और अशिक्षा से जूझ रहे अंबेल पोंगोक गांव में अब लोग स्वच्छ माहौल में रहते हैं, स्थानीय लोगों के पास रोजगार है, गरीबी छू मंतर हो गई है, गांववासी अब शिक्षा की ओर अग्रसर हैं.

 

कारण साफ है कुछ सालों पहले एक गंदे तालाब को बेहतरीन अण्डर पार्क में तब्दील करने का सपना इंडोनेशिया निवासी जुनैदी मुल्योनो ने देखा था. सपने को पूरा करने के लिए प्रयास किए, गांव वासियों को अपने साथ लिया और आज यह एक नामी टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन गया है.

गांव का हर परिवार अंडरवॉटर सेल्फी हॉट-स्पॉट से रोजाना 2500 रुपए महीना कमा रहा है. गांव के तालाब का इंस्टाग्राम अकाउंट है, जिसके 40 हजार से ज्यादा फॉलोअर हैं, जो इसकी मार्केटिंग में खासा मददगार साबित हो रहा है.

 

जुनैदी ने कई साल पहले यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों की मदद से अंबेल पोंगोक गांव पर एक रिपोर्ट तैयार कर गांव की समस्याओं, खूबियों के साथ गांव को और बेहतर बनाने जैसे मुद्दों को जाना.


इसी दौरान उन्हें गांव के तालाब को बिजनेस मॉडल में तब्दील करने का आइडिया आया, और इस पर काम शुरु किया गया. इसे तिरता मंदिरी मॉडल का नाम दिया गया, तालाब 20 मीटर लंबा और 50 मीटर चौड़ा है, जिसका इस्तेमाल कपड़े धोने के लिए किया जाता था. गांव वालों का भरोसा जीत यहां पानी को गंदा करने से रोका गया, और तो और अथक प्रयासों से गांव वालों से योजना में इनवेस्ट करने का आग्रह भी किया गया. ग्रामीणों से वादा भी किया कि इससे होने वाली कमाई का कुछ हिस्सा सालों तक गांव वालों को देते रहेंगे.

शुरुआत में लोगों ने उनका महत्व नहीं समझा लेकिन प्रयास जारी रखे और ज्यों ज्यों आगे बढे, कारवा बढ़ता गया. नतीजा यह रहा कि आज यह इंडोनेशिया का एक पॉपुलर अंडरवॉटर सेल्फी हॉट-स्पॉट है. कभी गरीब, पिछड़े गांव के रुप में पहचान रखने वाले अंबेल पोंगोक गांव की पहचान आज इंडोनेशिया के 10 समृद्ध गांवों के रुप में है.

2005 में गांव की वार्षिक आय 4 लाख रुपए थी, लेकिन अब सिर्फ इस एक तालाब की बदौलत यह आंकड़ा 7 करोड़ रुपए से ज्यादा है. वीकेंड पर यहां हजारों पर्यटक दोस्तों और परिजनों के साथ आते हैँ.

 

लोग दीवानगी की हद तक इसका लुत्फ उठाते हैं और हजारों सेल्फी का रिकॉर्ड यहां आए दिन बनता रहता है. इतना ही नहीं अब ग्रामीणों को भी कमाई का अच्छा जरिया मिल गया है, तो जाहिर है वे इसे और अच्छा बनाने में जुटे हैं.

 

सेल्फी यादगार बने, पॉपुलर हो इस लिहाज से कुर्सी, टैबल, वाहन, बेंच और पुराने टीवी सेट जैसे कई आर्टिकल रखे हुए हैं. सफलता की बेहरीन कहानी के रुप में यह गांव लोकप्रियता के नए आयाम छू रहा है, यहां जो आता है वो इसका दीवाना हो जाता है.

Report by-Yuliana Tri Ratnawati, TEN Correspondent, Indonesia.